Vaisakh Month 2023: कल से वैसाख मास शुरू, भगवान विष्णु की उपासना से मिलेगी सुख-समृद्धि
हाइलाइटस
अत्यंत शुभ माना जाता है गंगा का स्नान
वैशाख मास के भगवान देवगुरु बृहस्पति
मुख्य पर्व अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती
टीएनसी, धार्मिक डेस्क
नई दिल्ली। हिन्दू पंचांग के अनुसार 07 अप्रैल 2023 से शुरू होने वाले वैशाख मास का विशेष महत्व है। वैशाख कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का शुभारंभ 06 अप्रैल 2023 को सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर हो गया है । इसका समापन 07 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। ऐसे में वैशाख मास की शुरुआत 07 अप्रैल 2023, शुक्रवार के दिन से हो रही है। मान्यता अनुसार, वैशाख मास में भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। गंगा स्नान को बहुत शुभ माना जाता है। साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वैशाख मास के भगवान देवगुरु बृहस्पति हैं और देवता इंद्र हैं। पंचांग अनुसार, वैशाख मास में महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाएं जाते हैं। अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और सीता नवमी अहम पर्व हैं। भगवान विष्णु की उपासना मंगलकारी होती हैं। सुख-समृद्धि मिलती है । कष्ट दूर होते हैंं।
पंडित हीरा लाल
वैशाख व्रत-त्योहार सूची
- 09 अप्रैल 2023, रविवार-संकष्टी चतुर्थी व्रत
- 13 अप्रैल 2023, गुरुवार-कालाष्टमी
- 14 अप्रैल 2023, शुक्रवार-बैसाखी, मेष संक्रांति, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
- 16 अप्रैल 2023, रविवार-बरूथिनी एकादशी व्रत
- 17 अप्रैल 2023, सोमवार-मासिक प्रदोष व्रत
- 18 अप्रैल 2023, मंगलवार-मासिक शिवरात्रि
- 20 अप्रैल 2023, गुरुवार-सूर्य ग्रहण ‘संकरित’
- 22 अप्रैल 2023, शनिवार-अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती
- 23 अप्रैल 2023, रविवार-विनायक चतुर्थी व्रत, शंकराचार्य जयंती
- 27 अप्रैल 2023, गुरुवार-गंगा सप्तमी
- 28 अप्रैल 2023, शुक्रवार-माता बगलामुखी जयंती
- 29 अप्रैल 2023, शनिवार-सीता नवमी
- 01 मई 2023, सोमवार-मोहिनी एकादशी
- 04 मई 2023, मंगलवार-नरसिंह जयंती
- 05 मई 2023, शुक्रवार-बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा व्रत