CrimeNational

उमेश पाल हत्याकांड : एनकाउंटर में मार गिराया अतीक़ का बेटा असद , जानिए पूरा मामला

हाइलाइट्स

  • शूटर गुलाम मोहम्मद को भी यूपी  पुलिस ने किया ढ़े़ेर
  • पांच-पांच लाख रुपए का इनाम था दोनों हत्‍यारोपियों पर
  • अतीक़ अहमद को  14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

टीएनसी, नेटवर्क


प्रयागराज/झांसी। गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को यूपी  पुलिस ने गुरुवार को मार गिराया। दोनों वकील उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड थे। इनपर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम था। पुलिस के मुताबिक, इनके पास विदेशी हथियार भी मिले हैं। एनकाउंटर झांसी में पारीछा डैम के पास एसटीएफ ने किया। मारे गए दोनों लोगों के बारे में पुलिस का दावा है कि ये दोनों उमेश पाल की हत्या में शूटर्स थे। उनके मुताबिक़, सीसीटीवी में ये दोनों गोली चलाते हुए दिख रहे थे ।

उधर, उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त और बाहुबली नेता अतीक़ अहमद की गुरुवार को अदालत में पेशी हुई है। प्रयागराज पुलिस अतीक़ अहमद से उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ करने के लिए उन्हें साबरमती जेल से प्रयागराज लेकर आई। अतीक़ अहमद को कोर्ट में पेश किया गया है, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए कोर्ट से कस्टडी रिमांड की मांग भी की जिस पर बहस के बाद फैसला सुरक्षित रखा गया है।

पुलिस ने कैसे किया एनकाउंटर?

प्रशांत कुमार, यूपी पुलिस के स्पेशल डीजी, लॉ एंड ऑर्डर

यूपी पुलिस के स्‍पेशल डीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि दोपहर साढ़े बजे मिली सूचना के बाद कदम उठाए।  सूचना के आधार पर कुछ लोगों को इन्टरसेप्ट किया गया। उस दौरान दोनों तरफ़ से गोलियां चली। इस मुठभेड़ में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या करने वाले दो लोग घायल हुए और बाद में इनकी मौत हो गई। इनकी पहचान असद अहमद, पुत्र अतीक अहमद और गुलाम, पुत्र मकसूदन के रूप में हुई। यह यूपी पुलिस और एसटीएफ़ के लिए ज़रूरी केस था, क्योंकि एक केस में एक मुख्य गवाह जिसे यूपी पुलिस ने सुरक्षा प्रदान की थी उसकी हत्या कर दी गई थी।

कब और कैसे हुई थी हत्या


24 फ़रवरी 2023 को उमेश पाल की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (पहले इलाहाबाद) में हत्या कर दी गई थी, जब वो कचहरी से लौट रहे थे।

पेशे से वकील उमेश पाल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे। लेकिन मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी जांच में उमेश पाल को गवाह नहीं बनाया था।

24 फ़रवरी की शाम को उमेश पाल जैसे ही अपने घर के पास पहुंचे। वैसे ही बदमाशों ने पहले तो उनकी कार पर गोलियां चलाईं। उसके बाद जब वो अपने गनर के साथ घर की ओर भागे, तो बदमाशों ने उन पर दो बम फेंके।

तीनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उमेश पाल और उनके गनर संदीप मिश्रा की मौत हो गई। बाद में दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई।

उमेश पाल और राजू पाल

उमेश पाल (बाएं) वर्ष 2005 में हुई यूपी के विधायक राजू पाल (दाएं) की हत्या के मामले में मुख्य गवाह थे।

24 फ़रवरी 2023 को प्रयागराज में उनकी हत्या कर दी गई थी।

असद अहमद को जानिए

असद को 24 फ़रवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद से पुलिस तलाश कर रही थी। असद और गुलाम पर पुलिस ने पांच लाख रुपए का इनाम रखा था। असद अहमद बाहुबली अतीक अहमद के बेटे थे। अतीक अहमद के दो नाबालिग़ बेटों को पुलिस ने पहले चाइल्ड प्रोटेक्शन कमिटी के आदेश के बाद बाल संरक्षण केंद्र राजरूप पुर में रखा है।असद अहमद 24 फ़रवरी 2023 को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के दिन सीसीटीवी में खुले चेहरे में हाथ में हथियार लिए दिखे थे। असद अहमद पर 24 फ़रवरी से पहले कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। लेकिन 24 फ़रवरी को प्रयागराज की सड़क पर उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या के बाद से असद अहमद फ़रार थे। असद अतीक़ अहमद के तीसरे बेटे थे। इनसे दो बड़े भाई हैं, अली और उमर। दोनों अभी जेल में हैं।अली नैनी जेल में है और उमर लखनऊ जेल में हैं और कुल पाँच भाई हैं।

Akhilesh Mahajan

“Work your craft; until it becomes an art form.”

Leave a Reply