शहादत को सलाम: बहन ने नम आंखों से दी भाई को मुखाग्नि
हाइलाइट्स
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चीन बार्डर पर शहीद हुए 25 साल के रोहित की राजकीय सम्मान के साथ विदाई
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गश्त के दौरान ग्लेशियर पर पैर फिसलने से शहीद हो गए थे, सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में थे तैनात
टीएनसी, संवाददाता
धर्मशाला। अरूणाचल प्रदेश चीन बार्डर पर गश्त के दौरान ग्लेश्यिर से पैर फिसलने से शहदी 25 साल के रोहित का अंतिम संस्कार गुरूवार को उनके पैतृक गांव लंज खास(कांगड़ा) में हुआ। बहन रीता देवी ने नम आंखों से अपने भाई को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में जनसैलाब उमड़ा। युवाओं और नगारिकों ने भारत माता की जय के नारों के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी। एडीसी कांगड़ा रोहित जस्सल, तहसीलदार कांगडा मोहित रतन पंचायत प्रधान रेखा देवी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
जल्द वापिस आने की बात कहकर तीन नवंबर को गया था छुट्टी से
रोहित के मामा पवन कुमार ने बताया कि रोहित दो महीने पहले ही 3 नवंबर को छुट्टी काट कर गया था। वह यह कहकर गया था कि जल्द ही वापिस लौटेगा, लेकिन अब वह कभी वापिस नहीं आएगा।
मंगलवार को मिली थी सूचना
25 वर्षीय रोहित अरूणाचल प्रदेश में सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में चीन बार्डर पर पेट्रोलियम के दौरान ग्लेशियर पर पैर फिसलने से शहीद हो गए थे। मंगलवार तीन बजे के करीब रोहित के मामा को आर्मी के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रोहित पैट्रोलिंग के लिए साथियों के साथ जा रहा था तो अचानक उसका पैर फिसल गया है वह ग्लेशियर की पहाडी से गिर गया जब तक उसको वहां से निकाला गया तब तक रोहित शहीद हो चुका था।