Mandi News: राजेश महेंद्रू फिर बने व्यापार मंडी मंडी के प्रधान, प्रशांत महासचिव
हाइलाइट्स
- सरकार से उठाया जाएगा मार्जिन एवं प्राफिट एक्ट का मुद्दा
- व्यापारी कल्याण बोर्ड के गठन की भी उठेगी मांग
टीएनसी, संवाददाता
मंडी। रविवार को मंडी व्यापार मंडल की आम सभा में लगातार दूसरी बार अगले पांच साल के लिए राजेश महेंद्रू को प्रधान और प्रशांत बैहल को महासचिव चुना गया है। सर्वसम्मति से यह निर्णय निया गया है। पांच साल पहले इन दोनों को मतदान के जरिए हुए चुनावों में प्रधान व महासचिव चुना गया था। मगर इनकी कार्यशैली को देखते हुए रविवार को शहर के समखेतर में साधारण अधिवेशन में सर्वसम्मत राय से इन्हें यह जिम्मेवारी सौंपी गई। इसके लिए गठित चुनाव समिति में सतीश गुप्ता, धर्मपाल गुप्ता, अजीत कपूर, आशुतोष चोपड़ व ईश्वर सिंह नामधारी शामिल रहे, जिन्होंने सर्वसम्मति राय को देखते हुए यह निर्णय लिया तथा दस दिन के अंदर अपनी कार्यकारिणी के गठन करने के लिए कहा गया। इस मौके पर मंजीत सिंह धमीजा, हरमीत सिंह बिट्टू, अवनिंदर सिंह, ईश्वर सिंह , आशुतोष चोपड़ा, दीना नाथ सैणी, बीरबल शर्मा समेत कई प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। वरिष्ठ सदस्य धर्मपाल गुप्ता ने कहा कि मंडी व्यापार मंडल के माध्यम से सरकार के साथ व्यापारी कल्याण बोर्ड के तुरंत गठन करने की मांग उठाई जाएगी। उनके अनुसार वीरभद्र सिंह जब मुख्यमंत्री थे तो इस बोर्ड का गठन किया गया था मगर पूर्व जय राम ठाकुर की सरकार के समय बार बार मांग करने पर भी इसका गठन नहीं किया गया। मंजीत सिंह धमीजा ने प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में फिर से थोपे गए मार्जिन एंड प्राफिट जिसे पूर्व जय राम ठाकुर सरकार ने व्यापार मंडल की मांग पर वर्ष 2018 में निरस्त कर दिया था को निरस्त करने के लिए सरकार के साथ मामला उठाया जाना चाहिए। इस मौके पर व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष मेहन ने आय व्यय का ब्यौरा दिया जबकि प्रधान व महासचिव ने अपने पिछले पांच साल की गतिविधियों व अपने उपलब्धियों के बारे में अधिवेशन में मौजूद व्यापारियों को जानकारी दी। उन्होंने उन पर फिर से विश्वास जताए जाने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह व्यापारी वर्ग के इस विश्वास को टूटने नहीं देंगे तथा हर समय उनके हित के लिए तत्पर रहेंगे। इससे पहले आम सभा ने बिछ़ुड़ गए व्यापारियों की याद में दो मिंट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अधिवेशन की शुरूआत ज्योति प्रज्जवलित करने के साथ हुई। अधिवेशन में सैकड़ों व्यापारियों ने शिरक्त की। मंडयाली धाम के साथ इसका समापन हुआ।