Protest: मिडडे मील वर्करों ने किया विधानसभा का घेराव
हाइलाइट्स
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प्रदेश भर से मिडडे मील वर्कर पहुंचे शिमला
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सरकार को चेताया उग्र आंदोलन, जमकर नारेबाजी
टीएनसी, संवाददाता
शिमला। पांच माह से मानदेय न मिलने से उखड़े और अन्य मांगों को लेकर मिड डे मील वर्करों ने दोपहर बाद विधानसभा का घेराव किया। प्रदेश भर से शिमला पहुंचे वर्करों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार को उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। वहीं, जमकर नारेबाजी की है।
बच्चों की फीस तक नहीं दे पा रहे
यूनियन की महासचिव हिमी देवी ने कहा कि पांच महीने से मानदेय नहीं मिलने से परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है। वह बच्चों की फीस नहीं दे पा रहे। हिमाचल हाईकोर्ट के 2019 के उन आदेशों को भी लागू नहीं किया जा रहा, जिसमें हाईकोर्ट ने MDM वर्कर को 10 महीने के बजाय 12 महीने का मानदेय देने के निर्देश दिए थे।
3500 रुपए वेतन, वो भी 5 महीने से नहीं मिला, अब नौकरी से हटा रहे
वर्कर हिमी देवी ने कहा कि मानदेय पहले ही मात्र 3500 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है। उसका भुगतान भी समय पर नहीं किया जा रहा है। न छुटि्टयां मिलती है, न मैटरनिटी लीव दी जा रही है। अब तो सरकार छंटनी कर रही है। जिन स्कूलों में 25 या इससे ज्यादा बच्चे हैं, वहां पर दो वर्कर है। यदि किसी स्कूल में 25 से एक दो बच्चा भी कम हो जाता है तो उस सूरत में नौकरी से हटाया जा रहा है। इससे 15 से 20 सालों तक स्कूलों में सेवाएं दे रहे वर्कर बेरोजगार हो रहे हैं।
यह रखी मांगें
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सरकार ने छंटनी रोकने
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मानदेय जारी करने
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सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर छुटि्टयां
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कम से कम 375 दिहाड़ी मिले