Politics: विधायक प्राथमिकता बैठक का बहिष्कार करेंगे भाजपा विधायक
हाइलाइट्स
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नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के दौरे के दौरान किया एलान
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कहा, विधायक क्षेत्र विकास निधि बंद करने के विरोध में भाजपा लेगी कड़ा संज्ञान
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29 फरवरी को राज्यपाल से मिलेंगे और जताएंगे विरोध, आपात बैठक में निर्णय
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अफसरों को चेताया,सुक्खू सरकार का भविष्य नहीं है, इसके साथ अपना भविष्य न जोड़ें
टीएनसी, संवाददाता
मंडी। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रेसवार्ता में कहा कि हिमाचल के इतिहास में पहली बार भाजपा विधायक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली विधायक प्राथमिकता बैठक में विरोध स्वरूप शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि विधायक क्षेत्र विकास निधि को सरकार ने बंद कर दिया है। बीएएसपी की एक किश्त तक अभी जारी नहीं की है। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना को अपने ऐच्छिक निधि की तरह बांटना शुरू किया है। इन्हीं कारणों को देखते हुए भाजपा विधायक दल ने आपात मीटिंग कर निर्णय लिया है कि 29 फरवरी को हम विधायक ये निधि बहाल न होने की सूरत में विरोध स्वरूप राज्यपाल से मिलेंगे और इस बैठक में उस दिन भाग नहीं लेंगे।
पहले विधायक को मिलती थी विधायक निधि
प्रदेश में जब 13 माह पहले कांग्रेस की सरकार बनी तो विधायक को विधायक निधि मिलती थी। पिछले बजट में हमने प्रविधान किया, अंतिम किस्त आचार संहिता के चलते नहीं कर पाए, लेकिन सुक्खू ने बजट में प्रस्ताव के बावजूद विधायक निधि 50 लाख की अंतिम किस्त को रोक दिया।
आज से पहले ऐसा नहीं हुआ यह कभी भी नहीं हुआ
विधायक क्षेत्र विकास निधि का बजट में होने के बावजूद भी पिछले कल बजट सत्र घोषित किया गया और 17 को बजट सत्र होगा। लेकिन विधायक निधि की अंतिम किस्त 52 लाख फिर से रोक दी गई। अब विधायकों ने विकास कार्य के लिए घोषणाएं कर दी हैं, लेकिन अब जब हम पता कर रहे हैं तो फाइल रोकने की सूचना दी गई। अंतिम किस्त जारी नहीं की गई। विधायक इंस्टीट्यूशन को कमजोर करना गलत है। आज से पहले ऐसा नहीं हुआ।
बैकवर्ड एरिया प्लान की रोक दी गई किस्त
बैकवर्ड एरिया सब प्लान की किस्त भी रोक दी है। 12 से 15 करोड़ की अंतिम किस्त जाती हैं। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना को तो सिर्फ कांग्रेस के विधायकों और जहां सुक्खू का बंदा है, वहां दिया जा रहा है। ये जो बंदे हैं, वह बंदे बन जाए, नहीं तो हालत खराब होगी।