सियासी हलचल: प्रतिभा सिंह के चुनाव लड़ने के इंकार के बाद भाजपा हमलावर , प्रियंका भी पहुंची शिमला, बागी राणा के बेटे को धमकी
हाइलाइट्स
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राजेंद्र राणा बोले प्रदेश सरकार की नाकामियों के चलते प्रदेशध्यक्ष ने चुनाव लड़ने से किया इंकार
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जयराम ठाकुर बोले कांग्रेस की हालत बद्तर ढूंढने से नहीं मिल रहे चुनाव लड़ने वाले नेता
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला। हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक गहमागहमी जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह ने दिल्ली से लौटने के बाद यह कहकर चुनाव लड़ने से मना कर दिया कि कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार बचाने को उपचुनाव में जीत जरूरी है। अगर मैं मंडी से लोकसभा चुनाव लड़ती हूं तो विधानसभा क्षेत्रों में ध्यान नहीं दे सकूंगी। संगठन के सक्रिय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की अगर सरकार में समय से नियुक्तियां होतीं तो ठीक होता। प्रतिभा सिंह के इस बयान के बाद भाजपा पूरी तरह से हमलावर हो चुकी है। इसी बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को शिमला पहुंचीं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी प्रियंका के साथ शिमला लौटे हैं। प्रियंका गांधी का यह निजी दौरा बताया जा रहा है। इस दौरान कई कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करने के कयास हैं। इसी बीच बागी राजेंद्र राणा के बेटे को धमकी मिली है। शिकायत पर पुलिस ने हमीरपुर में मामला दर्ज किया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि कांग्रेस को ढूंढे से प्रत्याशी नहीं मिल रहा। लोकसभा चुनाव लड़ने से बड़े बड़े दिग्गज किनारा कर रहे हैं।
दूसरी ओर राजेंद्र राणा का सुक्खू सरकार पर हमला जारी है। सोशल मीडिया पर राणा ने लिखा कि हिमाचल कांग्रेस जिसकी एक साल पहले बड़ी उम्मीदों के साथ 40+3 विधायकों की सरकार बनाने का जनमत जनता ने दिया था । उस पार्टी को ऐसी हालत कर दी कि जिसके वर्तमान व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हिमाचल में लोकसभा का चुनाव सरकार की नाकामियों के कारण लड़ने से साफ साफ मना कर रहे हैं । इस से साफ हो गया है कि पार्टी अनुशासन के डर से कोई कार्यकर्ता व विधायक सरकार ब मुख्यमंत्री की कारगुजारी पर प्रश्न उठाने की जहमत नहीं उठा रहा है ।इस से साफ हो गया है कि 9 विधायकों ने जो मुख्यमंत्री के पक्षपात और तानाशाही पूर्ण रवैए पर कदम उठाया है वो उनका एक साहसिक और प्रदेशहित में उठाया गया कदम है। जिन्होंने अपनी वि स सदस्यता तक कि परवाह न करते हुए अन्याय व जनता विरोधी शासक के खिलाफ आवाज बुलंद की। लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी पारा पूरी तरह से चढ़ा हुआ है। आरोपों प्रत्यारोपों का दौर जारी है।