Parvati Valley: शाही स्नान से देव त्रियुगी नारायण और लक्ष्मी नारायण ने शक्तियों को किया पुनः अर्जित
हाइलाइट्स
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देव आज्ञा अनुसार ही शाही स्नान का हुआ भव्य आयोजन
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मणिकर्ण के आगे अंतिम गांव के करीब रूद्र देवता का निवास
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हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में हुआ भव्य देव समागम
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दो देवताओं के एक साथ स्नान करने से बढ़ा कारज का महत्व
टीएनसी, संवाददाता
कुल्लू। पार्वती घाटी में मणिकर्ण के बरशैणी से आगे बसे अंतिम गांव के समीप जिला कुल्लू के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रुद्र नाग में देव समागम का भव्य नजारा देखने को मिला। यहां दियार घाटी के त्रियुगी नारायण और बंजार घाटी के तिंदर से लक्ष्मी नारायण ने सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति में शाही स्नान कर अपनी शक्तियों को फिर से अर्जित किया।
देवलूओं का कहना है कि जब-जब देवता तीर्थ स्नान का आदेश करते हैं तो सैकड़ों देवलू देवता के साथ शाही स्नान के लिए आते हैं। ऐसी मान्यता है कि देवता तीर्थ स्नान के माध्यम से अपनी शक्तियों को पुनः अर्जित करते हैं।
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देवता के साथ गए देवलूओं ने बताया कि देव आज्ञा अनुसार ही शाही स्नान होता है। लेकिन इस बार दियार के त्रियुगी नारायण और बंजार के तिंदर से देव लक्ष्मी नारायण ने रुद्र नाग में एक साथ शाही स्नान किया। इससे इस शाही स्नान का महत्व और बढ़ जाता है।
देवताओं के स्नान के बाद देवलुओं व श्रद्धालुओं ने भी रुद्र नाग के पवित्र जल में स्नान किया। रुद्र नाग में शाही स्नान के बाद सभी भक्तों ने धाम के रूप में देवताओं का प्रसाद भी ग्रहण किया।