मानसून सत्र Day-2: गारंटी पर बोले जयराम सुक्‍खू सरकार महाठग, सुक्‍खू बोले विपक्ष के बेचारे नेता

 

हाइलाइट्स

  • बीजेपी 25 सितंबर को प्रदेश विधानसभा को घेरेगी

  • दूसरे दिन भी पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक

  • मानसून सत्र में भी अडाणी मामला भी गूंजा

टीएनसी, संवाददाता


शिमला। मानसून सत्र के दूसरे दिन भी पक्ष-विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई। तंज भरे माहौल के बीच ठहाके भी लगे। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्‍खू के साथ-साथ विधायकों ने भी अपनी बात रखी। सदन शुरू होने के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कांग्रेस की गारंटियों पर खूब गरजे। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और कांग्रेस सरकार को महाठग बताया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने महिलाओं, बेरोजगारों व हर वर्ग से धोखा किया है। कांग्रेस ने गोबर, दूध, रोजगार जैसी 10 गारंटी दे रखी है। कोई भी गारंटी पूरी नहीं की गई। भारतीय जनता पार्टी 25 सितंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा का घेराव करेगी। वहीं, सीएम सुक्‍खू ने विधानसभा में सरकारी संकल्प पर चर्चा पूरी होने के बाद इसे पास कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा और केदारनाथ की तर्ज पर स्पेशल पैकेज की मांग की जाएगी। विपक्ष के बेचारे नेता तो राष्ट्रीय आपदा शब्द बोलने में भी संकोच कर रहे हैं। प्रधानमंत्री से बात कैसे कर पाएंगे। सुक्खू ने कहा कि वह तो प्रधानमंत्री से फोन पर भी बात कर लेंगे।

जब सुक्‍खू भाजपा विधायिका से बोले, कांग्रेस में आ जाओ हम मंत्री बना देंगे


हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सदन में मानसून सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी की महिला विधायक रीना कश्यप को मंत्री बनने का ऑफर दे दिया। सुक्खू ने कहा कि आप कांग्रेस में आ जाओ। आपको हम मंत्री बना देंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री सुक्खू लोकसभा के विशेष सत्र में नारी शक्ति वंदन विधेयक पेश करने की खुशी में सदन में बधाई देने के लिए बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि रीना कश्यप को इकलौती महिला विधायक है। वह महिलाओं का सम्मान करते हैं और हंसते-हंसते रीना को मंत्री बनने की बात कह डाली। इस पर सदन में मौजूद सभी सदस्यों ने हंसी का ठहाका लगाया।

 

मानसून सत्र में भी अडाणी मामला गूंजा


हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में भी अडाणी मामला गूंजा। उधर, राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के संकल्प पर बोलते हुए शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि प्रदेश में इस बार सदी की भीषण आपदा आई। इसमें अडाणी ने सेब के मार्केट रेट गिराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मार्केट में जब सेब 130 से 140 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, तब अडाणी ने 80 से 90 रुपए के रेट ओपन किए। प्रदेश के बागवानों ने अडाणी का बहिष्कार किया। इसके बाद अडाणी ने सेब के रेट बढ़ाने। हरीश जनारथा ने कहा कि केंद्र द्वारा इंपोर्ट ड्यूटी घटाने से सेब के रेट पर फर्क पड़ा है।

 

दिन भर इन मुद्दों पर पक्ष- विपक्ष दिखा आमने-सामने

 

जयराम बोले: मुख्यमंत्री सुक्खू ने सदन में गलत तथ्य प्रस्तुत किए

जयराम ठाकुर ने कहा कि हाइडल प्रोजेक्ट पर लगी ब्रेक को देखते हुए पूर्व सरकार ने भारत सरकार के उपक्रम को पावर प्रोजेक्ट में रॉयल्टी देने का निर्णय लिया था। मुख्यमंत्री सुक्खू ने सदन में गलत तथ्य प्रस्तुत किए है। इससे पहले सदन में सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने राज्य के हितों को बेचा है।

 

 सुक्खू बोले: पूर्व सरकार ने बेचे हिमाचल के हित

हाइडल प्रोजेक्ट से जुड़े सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार ने इन्वेस्टर मीट के दौरान ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े एमओयू साइन किए। इसमें हिमाचल के हितों को बेचा गया। उन्होंने कहा कि जिस तरह एग्रीमेंट साइन किए, उससे आने वाली पीड़ी को कुछ नहीं मिलना था। एसजेवीएनएल के साथ करार में रॉयल्टी के क्लॉज को हटाया गया।  सुन्नी, लूहरी और धौलासिद्ध प्रोजेक्ट का नाम लेते हुए कहा कि 40 साल बाद ये परियोजनाएं सरकार को मिलने थी, पूर्व सरकार ने इस क्लॉज को भी हटा दिया था। उनकी सरकार ने ऊर्जा नीति में बदलाव किया और संबंधित प्रोजेक्ट प्रबंधन को नोटिस जारी किए। नई ऊर्जा नीति में बदलाव कर प्रोजेक्ट लगने के शुरुआती 12 साल तक 20 प्रतिशत फ्री बिजली का प्रावधान किया। 12 से 20 साल तक स्टेट को 30% और 20 से 30 साल तक 40% फ्री-पावर का प्रावधान किया। 40 साल बाद प्रोजेक्ट स्टेट को मिलेगे।

 

जयराम ठाकुर बोले सुक्‍खू सरकार आपदा की सरकार

हिमाचल विधानसभा में आज नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रश्नकाल के दौरान सरकारी दफ्तर बंद करने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार ही एक तरह की आपदा है। एक हजार दफ्तर बंद कर दिए गए है। इससे लोग परेशान हैं। हिमाचल सुक्खू सरकार के 10 महीने में 10 साल पीछे चला गया है। नेता प्रतिपक्ष ने यह मामला नाहन के विधायक अजय सोलंकी द्वारा पूछे गए अनुपूरक सवाल के दौरान उठाया।

 

हम नीड-बेस्ड संस्थान खोलेंगे: सुक्‍खू

जयराम ठाकुर के सवाल पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि हम नीड-बेस्ड संस्थान खोलेंगे। हम पिछली सरकार का अनुसरण नहीं करेंगे, पहले पद भरेंगे फिर संस्थान खोलेंगे। मुख्यमंत्री ने पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लाडा (लोकल एरिया डवेलपमेंट फंड) और टैक्स के रूप में मिलने वाली राशि का क्लॉज भी हटाया। उनकी सरकार ने इसमें भी बदलाव किया। इससे हिमाचल को टैक्स भी आएगा।


 

  • अनिल बोले अग्निहोत्री को कि मैं किसी के कपड़े नहीं उतारना चाहता

मंडी सदर के भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने जब आपदा से मंडी सीवरेज योजना के क्षतिग्रस्त होने और इसे बनाने का मामला उठाया तो मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने 2,000 करोड़ की पाइप खरीदी थी। चुनाव का समय था, सरकार बचेगी कि नहीं, ये ध्यान में था। आनन-फानन मे पाइपें खरीद लीं। ये लोगों के आंगन में पड़ी हैं। मंत्री आप भी रहे, उससे पहले मैं भी रहा। मैं किसी के कपड़े नहीं उधेड़ना चाह रहा। जो पाइपें खरीदी जानी थीं, नहीं खरीदीं, इसलिए यह देरी हुई। हमसे जो संभव होगा, करेंगे।

  • शिमला में तबाही का कारण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भी: जनारथा

हिमाचल की राजधानी शिमला में जरूरत से ज्यादा निर्माण हो गया है। शिमला के विधायक हरीश जनारथा ने विधानसभा में राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के संकल्प पर बोलते हुए कहा कि पहाड़ों की रानी शिमला को डी-कंजस्ट करने की जरूरत है। कुछ दफ्तर यहां से शिफ्ट करने चाहिए। शिमला में तबाही का कारण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भी है। शहर में जितने काम हुए, उसका सारा मलबा ड्रेन में डाला गया। इसमें प्लानिंग बिल्कुल नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कुछ समय से पुराने व खतरनाक पेड़ों को भी नहीं काटा गया। इससे एक पेड़ गिरने के बाद 20-20 पेड़ गिरे। इससे तबाही हुई।

 

आपदा के वक्‍त सीएम ढाबे में खाना और अग्निहोत्री खाते रहे गोलगप्‍पे

हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन भी राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के संकल्प पर चर्चा जारी है। भाजपा एमएलए  रणधीर शर्मा ने कहा कि आपदा के वक्त मुख्यमंत्री ढाबे की मक्की की रोटी खाते रहे, तो उप मुख्यमंत्री गोल-गप्पे। फिर इसका वीडियो वायरल करते रहे। ये कैसा व्यवस्था परिवर्तन है। आपदा में कैबिनेट मंत्री आपस में लड़े हुए हैं।

 

 

 

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