CrimeHimachalNational

Himachal News: क्रिप्टो करेंसी के नाम पर जाल में फंसाने वाले मास्‍टरमाइंड मंडी के निकले, दोनों पुलिस गिरफ्त में

हाइलाइट्स

  • गुजरात पुलिस की मदद से गिर सोमनाथ जिला से दबोचा
  • पालमपुर के लोगों से 18 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप
  • क्रिप्टो करेंसी मामले में यह पहली एफआईआर

टीएनसी, संवाददाता


शिमला/मंडी।  हिमाचल प्रदेश के लोगों को क्रिप्टो करेंसी के नाम पर जाल में फंसाने वाले मास्‍टरमाइंड एसआईटी के हत्‍थे चढ़ गए हैं। दोनों आरोपी मंडी के रहने वाले हैं। पुलिस ने गुजरात से  हेमराज राजपूत और सुखदेव ठाकुर नाम के दो आरोपितों को धर दबोचा है। ठगी करने के बाद गुजरात में छिपे हुए थे। एसआईटी  ने इन आरोपियों को गुजरात पुलिस की मदद से गिर सोमनाथ जिला से दबोचा है। क्रिप्टो करेंसी मामले में यह पहली एफआईआर की है। इन दोनों पर पालमपुर के लोगों से 18 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। इन पर आरोप है कि इन्होंने लोगों से वादा किया कि उनका निवेश दोगुना हो जाएगा। इसी प्रलोभन में लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश करते गए। हिमाचल में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी हुई है।

मानसून सत्र में उठा था मुद्दा

विधानसभा के मानसून सत्र में क्रिप्टो करेंसी फर्जीवाड़े का मामला देहरा के एमएलए होशियार सिंह ने उठाया था। इनकी मांग पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने एसआईटी गठित कर सख्त कार्रवाई का भरोसा सदन में दिया था। इसके बाद हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू ने क्रिप्टो करेंसी फर्जीवाड़े की जांच के लिए एसआईटी  गठित की।

अभिषेक दुल्लर की अगुवाई में एसआईटी


 उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर की अगुवाई में एसआईटी बनाई गई। इसमें एसपी साइबर क्राइम अध्यक्ष रोहित मालपानी, एएसपी प्रवीन धीमान साइबर क्राइम, एएसपी मनमोहन सिंह साइबर क्राइम मंडी और डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा, नूरपुर विशाल वर्मा, पालमपुर लोकेंद्र नेगी व जवाली वीरी सिंह को शामिल किया गया।

 

Akhilesh Mahajan

“Work your craft; until it becomes an art form.”

Leave a Reply