Himachal

Mandi News : स्वतंत्रता सेनानी परिवारों ने फूंका संघर्ष का बिगुल

हाइलाइट्स 

  • पुरानी परिषद का पुनर्गठन करने की सरकार से गुहार

  • जल्द बोर्ड बनाने और बाकी समस्याएं हल करने की उठाई मांग

टीएनसी, संवाददाता


मंडी। स्वतंत्रता सेनानी परिवारों ने संघर्ष का बिगुल फूंकेते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के एक पुराने संगठन हिमाचल स्वतंत्रता सेनानी परिषद की बैठक में भाग ले कर नई कार्यकारणी का गठन किया है। इसी के साथ अपने हकों की लड़ाई लड़ने के लिए संघर्ष का शंखनाद कर दिया है। बैठक में सर्वसम्‍मति से वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी ओम चंद कपूर को मुख्‍य सलाहकार बनाया गया। जबकि जगदीश गुलेरिया को अध्यक्ष, डॉ अतुल ठाकुर को महासचिव, अधिवक्ता के.के. वर्मा को उपाध्यक्ष और जितेंद्र मोहन शर्मा को कोषाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया।

 

मंडी को चार मंडलों में बांटा


डॉ अतुल ठाकुर ने कहा की पहले स्वतंत्रता सेनानी के परिवार वालों को आपस में बैठक करने के लिए मंडी जाना पड़ता था, जो दूर के लोगों के लिए कठिन होता था। मगर अब जिला मंडी को चार मंडलों में बांट कर उत्तराधिकारी परिवारों को समीप ही बैठक करने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कह कि अब स्वतंत्रता सेनानी परिवार अपने किसी भी पास के मंडल से जुड़ कर अपनी बात रख सकते हंै। इसके लिए सुंदरनगर मंडल इकाई सुंदरनगर, बल्ह, चैलचोक, करसोग, सराज, जंजैहली, आदि , सरकाघाट मंडल इकाई में सरकाघाट से बल्द्वाड़ा और कलखर तक शामिल हैं। उसी प्रकार धर्मपुर, मढ़ी, संधोल, टिहरा, चोलथरा, रखोह, पोंटा, गोपालपुर आदि , जोगिंद्रनगर मंडल इकाई में धर्मपुर से आगे जोगिंद्रनगर तक, लडभड़ोल, ऐहजु, चौंतड़ा, बरोट, पद्धर, आदि और मंडी मंडल इकाई में कोटली, पंडोह, बजौरा, कमांद, रिवालसर, पधर, सदर मंडी आदि क्षेत्र बांटे गए हैं।

 

तीन मंडलों की बैठकें कर कार्यकारिणी गठित


अब तक तीन मंडलों की बैठकें कर कार्यकारिणी गठित कर दी गई। जिसमें दुनी चंद शर्मा को सुंदरनगर, के.के. वर्मा को सरकाघाट और भूपेंद्र सिंह को जोगिंद्रनगर का अध्यक्ष बनाया गया था। इसी कड़ी में मंडी मंडल के स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की बैठक कर शमशेर सिंह मन्हास को मंडल अध्यक्ष, बलवंत सेन को मंडल कोषाध्यक्ष और पारस गुलेरिया को मंडल सचिव भी चुना गया। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से सक्रिय हुए स्वतंत्रता सेनानी परिवारों ने मंडी जिला में एक बड़ा संगठनात्मक ढांचा खड़ा कर दिया है। जिले के लगभग 350 में से 150 स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारी परिवार अब आपस में जुड़ कर सरकार के खिलाफ लामबंद होने को तैयार हैं।

हिमाचल में 2000 से अधिक स्वतंत्रता सेनानी परिवारों का जनबल


हर सेनानी के वंशज परिवारों का लगभग 100 से अधिक का जनबल है। अत: मंडी जिले में ही सेनानी परिवारों का अपना और सामाजिक प्रभाव को मिलाकर लगभग 35 से 50 हजार का वोट बैंक हैं और पूरे हिमाचल में 2000 से अधिक स्वतंत्रता सेनानी परिवारों का जनबल दो से तीन लाख तक पहुंच गया है, जिसमें सबसे अधिक सं या कांगड़ा, मंडी, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में है। पिछले सात साल से सरकारों द्वारा हुई उपेक्षा के कारण अब इन परिवारों ने एकजुट होकर लड़ाई लड़ते का निश्चय किया है। अध्यक्ष जगदीश गुलेरिया ने कहा आने वाली बैठकों में आगे की रणनीति तैयार कर अभियान को और तेज किया जाएगा। उन्होंने सभी उत्तराधिकारियों से इस ऐतिहासिक परिषद से जुड़ने और सहयोग करने की भी अपील की है।

Akhilesh Mahajan

“Work your craft; until it becomes an art form.”

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