Mahashivratri 2023: चौहाटा की जातर में देव दर्शन को उमड़ा जनसैलाब
हाइलाइट्स
- जनमानस ने चढ़त तो देवताओं ने शेष देकर दिया आशीर्वाद
- विदाई के समय देव मिलन से भावुक हो गई छोटी काशी
- एक-दूसरे के गले मिल कर मूल स्थानों को रवाना हुए देवता
टीएनसी, संवाददाता
मंडी। सात दिन तक छोटी काशी मंडी में सजा देव समागम देवी-देवताओं की विदाई के साथ संपन्न हो गया है। शनिवार को शिवरात्रि के अंतिम दिन चौहाटा की जातर में देव दर्शन को जन सैलाब उमड़ पड़ा। जनमानस ने देवी-देवताओं को श्रद्धा के हिसाब से चढ़त चढ़ाई तो देवताओं ने शेष देकर सुख समृद्धि का आशीर्वाद दिया। दोपहर को एक-एक कर देवी-देवता अपने मूल स्थानों को प्रस्थान किया। इस दौरान देवी-देवताओं ने एक-दूसरे से गले मिल कर अगले साल मिलने की आस के साथ विदाई ली।
देव मिलन से छोटी काशी भावुक हो उठी।शिवरात्रि के देव समागम में लगा देवी देवताओं ‘महाकुंभ’ में शुक्रवार को चौहाटा जातर की में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह सात बजे से देवी-देवता चौहटा में विराजमान हो गए थे। दिन चढ़ते ही देव दर्शन के लिए भी जन सैलाब बढ़ता गया। सनोर बदार, उत्तरशाल, सराज, चौहार और बल्ह घाटी से आए देवी देवताओं के समक्ष हजारों की संख्या में लोगों ने शीश नवाया। देव संस्कृति के प्रति लोगों की अटूट आस्था दिखी। जनमानस ने परिवार की सुख समृद्धि के लिए चढ़त चढ़ाई तो देवताओं ने शेष देकर आशीर्वाद दिया।
चौहाटा जातर में मंडी शहर भक्तिमयी हो उठा। हजारों लोग देव मिलन के इस अद्भूत क्षणों के गवाह बने। चौहटा में एक साथ कतारबद्ध विराजमान डेढ़ सौ से अधिक देवी-देवताओं के दर्शन के लिए सुबह सात बजे से लोगों का तांता लगने लगा था।
दोपहर एक बजे के बाद देवी-देवता अपने मूल स्थानों के लिए रवाना होने लगे थे। हर किसी के मन में देव आस्था की उमंग थी। दोपहर साढ़े बारह बजे एक-एक कर के देवी-देवता अपने मूल स्थानों के लिए रवाना होने लगे थे। देव मिलन के देवी-देवताओं ने शिवरात्रि से विदाई ली।
सात दिनों तक वाद्य यंत्रों से गुंजायमान मंडी शहर देवताओं के वापस लौटते ही भक्तिमय माहौल पूरी तरह शांत हो गया है। देवी-देवताओं के मूल स्थान रवाना से शिवरात्रि की रौनक भी साल भर के लिए समाप्त हो गई है।