हाइलाइट्स
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जलशक्ति विभाग की पाईप लाईन में लीकेज से हर रोज लाखों लीटर पेयजल बर्बाद, सुध लेने को विभाग नहीं तैयार
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जोगेंद्रनगर में दशकों पुराने पेयजल पाईप लाईन के जंग खा जाने से हर रोज लाखों लीटर पानी की बर्बादी
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
जोगेंद्रनगर(मंडी)। गर्मी के मौसम में पेयजल किल्लत न रहे इसलिए उपभोक्ताओं से जल संरक्षण का आहवान जलशक्ति विभाग की और से किया जा रहा है लेकिन दशकों पुराने पेयजल पाईप लाईन के जंग खा जाने से लीकेज के चलते हर रोज लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। भूमिगत पेयजल लाईन से पानी के रिसाव से सड़कों और रास्तों को भी नुकसान पहुंच रहा है। खुले में बिछाई गई पाईप लाईन भी विभाग के मापदंडों पर खरा नहीं उतर पाई है। ऐसे में पानी की बर्बादी के समाधान को लेकर जलशक्ति विभाग सुध लेने को ही तैयार नहीं है। शहरी क्षेत्र के मकड़ैना गांव के लिए बिछाई गई पाईप लाईन क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिसके सुधार कार्य के लिए औपचारिक कार्य ही पूरा हो रहा है। कई जगह पर रबड़ चढ़ाकर पानी के रिसाव को रोकने का प्रयास हो रहा है। स्थाई समाधान को लेकर विभाग अभी भी गंभीर नहीं है। ढेलू डोहग के लिए बिछाई गई पाईप लाईन भी कई जगह पर टूट चुकी है। शहरी क्षेत्र के मुख्य बाजार में करीब साठ साल पुराने पाईप लाईन भी जंग खा चुकी है। इसमें हर रोज जब पानी की आपूर्ति होती है तो हजारों लीटर पानी व्यर्थ सड़कों पर बह रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में हालात भी सुधर नहीं पाए हैं। ऐसे में गर्मी के मौसम में जल संरक्षण के दावे फिर सलोग्नों पर ही हवा हवाई साबित हो रहे हैं।
जल भंडारण टैंकों से ओवर फलो से लाखों लीटर पानी की बर्बादी
जोगेंद्रनगर उपमंडल के 50 हजार से अधिक पेयजल उपभोक्ताओं के लिए जलशक्ति विभाग ने चार सौ से अधिक जल भंडारण टैंक स्थापित किए है इनकी क्षमता एक लाख से दो लाख लीटर तक है लेकिन यहां पर भी ओवर फलो के दौरान लाखों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है। ऐसे में भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से निपटने के लिए जलशक्ति विभाग के द्वारा जिस योजना के प्रारूप को लेकर कार्य शुरू हुआ है उसमें अनियमितताएं भी दर्ज हो चुकी है।