हाइलाइट्स
- दलेड पंचायत के कसीरी गांव व लडभड़ोल का बलोटू गांव
- भूस्खलन से क्षतिग्रस्त मकानों के गिरने की आशंका
टीएनसी, संवाददाता
जोगिंद्रनगर(मंडी)। उपमंडल के लडभड़ोल क्षेत्र में अभी भी रिहायशी मकानों के गिरने का खतरा बरकरार है। प्रशासन के आदेशों को दरकिनार कर मरम्मत कार्य शुरू न होने से कई बहुमंजिला मकान अभी भी खतरे की जद् में है। ऐसे में दलेड़ पंचायत के कसीरी गांव व लडभड़ोल के बलोटू के नजदीक भूस्खलन से असुरक्षित मकानों के गिरने की आशंका लगतार बढ़ रही है। हैरत की बात है कि जुलाई व अगस्त माह में खतरे की जद् में आए मकानों को गिरने से बचाने के लिए न तो सुरक्षा डंगों का कार्य शुरू हुआ है। मनरेगा के कार्य भी रफतार नहीं पकड़ पा रहे हैं। सोमवार को लडभड़ोल तहसीलद के नायब तहसीलदार अमरनाथ से मिली जानकारी के अनुसार क्षतिग्रस्त कुल 23 मकानों की मरम्मत कार्य संबंधित विभाग के द्वारा शुरू न करने की जानकारी उन्हें स्थानीय लोगों से मिली है। बताया कि 18 पंचायतों में भूस्खलन से कुल 35 मकानों व अन्य संपति समेत 35 लाख रूपये का नुकसान पहुंचा है। इनमें 12 रिहायशी मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं।
पंचायत प्रतिनिधियों से मरम्मत कार्य की रिर्पोट कार्यालय में प्रेषित करने के अलावा मनरेगा की शैल्फ में भी राहत व बचाव कार्य डालने के आदेश काफी समय पहले जारी कर दिए हैं।
श्रवण कुमार, खंड विकास अधिकारी
लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता जेपी नायक ने बताया कि सड़कों की मरम्मत कार्य शुरू है और अब डंगे लगाने के भी टैंडर औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है।
जेपी नायक अधिशाषी अभियंता लोनिवि
लडभड़ोल क्षेत्र में बारिश व भूस्खलन से असुरक्षित मकानों को गिरने से बचाने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को मरम्मत कार्य के अलावा डंगे लगाने के भी आदेश प्रशासन ने काफी समय पहले जारी कर दिए हैं। विभागों से स्टेटस रिर्पोट मांगी गई है। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कृष्ण कुमार शर्मा, एसडीएम