हाइलाइट्स
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जोगेंद्रनगर अस्पताल में अवकाश के बाद नहीं पहुंचे विशेषज्ञ चिकित्सक, फूटा मरीजों का गुस्सा
टीएनसी, संवाददाता
नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर की गायनी ओपीडी में सोमवार दोपहर 12 बजे तक विशेषज्ञ चिकित्सकों की राह देखते हुए गर्भवती महिलाएं फिर निराश होकर लौट आई। रविवार के अवकाश के बाद भी नागरिक अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं पहुंचे। इस पर मरीजों का गुस्सा भी फूटा। करीब तीन सौ मरीजों के पंजीकरण अस्पताल के पर्ची कक्ष में दर्ज हो चुके थे। इनमें 80 से अधिक महिलाओं को गायनी ओपीडी में दोपहर 12 बजे तक भी जब उपचार नहीं मिला तो वह मायूष होकर लौट आई। हैरत की बात है कि उपमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दो गायनी विशेषज्ञ चिकित्सक की नियुक्ति करने के बाद भी गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। सोमवार को स्थानीय अस्पताल की शिशु ओपीडी में भी मरीजों की भीड़ दिन भर रही। यहां पर बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ रोशन लाल कोंडल ने स्वास्थ्य लाभ दिलाया। अस्पताल की सामान्य ओपीडी 106 में भी सौ से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंचे। इसके अलावा अस्पताल की आंख, कान व नाक की ओपीडी में उपचार के लिए मरीज पहुंचे थे।
एक्सरे और टैस्ट करवाने के लिए भी मरीजों के छूटे पसीने
सप्ताह के पहले दिन नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर के एक्सरे सेवाओं में भी मरीजों की भीड़ रही। करीब 80 मरीजों के एक्सरे दर्ज हो चुके थे। अस्पताल की सरकारी व निजी प्रयोगशाला में भी टैस्ट करवाने को लेकर मरीजों की भीड़ सुबह दस बजे से ही लग गई थी। दोपहर 12 बजे तक अस्पताल की सरकारी जबकि दो बजे तक निजी प्रयोगशाला में मरीजों की भीड़ लगी रही। करीब 120 मरीजों के चार सौ प्रकार के टैस्ट सोमवार को अस्पताल में हुए। निजी प्रयोगशाला की प्रभारी सरिता ठाकुर ने बताया कि सरकारी दरों पर हर मरीज के टैस्ट करवाए गए हैं। अस्पताल की सरकारी प्रयोगशाला के प्रभारी विरेंद्र कुमार ने बताया कि दोपहर 12 बजे मरीजों के टैस्ट हासिल करने के बाद उनकी रिर्पोट भी तय समय पर उपलब्ध करवा दी गई।
सोमवार को अस्पताल की जिन ओपीडी पर चिकित्सक मौजूद नहीं थे उसकी जानकारी कार्यालय से मांगी गई है। उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे सभी मरीजों को स्वास्थ्य लाभ विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दिलाया है। टैस्ट व डिजिटल एक्सरे के प्रभारियों को भी मरीजों की सुविधा के लिए अपने कार्य में संवेदनशीलता बरतने का आहवान किया गया है ताकि गंभीर मरीजों का उपचार के लिए विलंब न हो।
डॉ रोशन लाल कोंडल, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर।