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Jogindernagar News: परिवहन निगम की बसों की मरम्मत के लिए कलपुर्जों का अभाव, कार्यशाला कीचड़ से बदहाल

  • त्योहारी सीजन में जोगिंद्रनगर बस डिपो फिर पुरानी बसों के जुगाड़ से हजारों यात्री परेशान

टीएनसी, संवाददाता


जोगिंद्रनगर(मंडी)। बस डिपो जोगिंद्रनगर के अधीन आने वाली परिवहन निगम की बसों की मरम्मत के लिए फिर कलपुर्जों का अभाव तकनीकी कर्मचारियों के लिए परेशानियों का सबब बन चुका है। त्यौहारी सीजन में अतिरिक्त बसों को दौड़ाने की योजना पर लचर प्रबंधन की मार से चालक परिचालक भी परेशान हैं। खटारा बसों के सहारे चल रहे स्थानीय बस डिपो की नई बसों को बैजनाथ डिपो के अधीन लाने के बाद अब पुरानी बसों के मरम्मत कार्य पर भी राजनीतिक मार देखने को मिल रही है। बीते कई सालों से अपने अस्तित्व में आए स्थानीय बस डिपो के बेड़े में शामिल 50 से अधिक बसों में शामिल 50 प्रतिशत बसों में मरम्मत कार्य को लेकर बजट का अभाव तकनीकी कर्मचारियों के लिए जी का जंजाल बन चुका है। करीब सात तकनीकी कर्मचारियों की स्वीकृति वाली कार्यशाला में इन दिनों कलपुर्जों के अभाव से बसों की मरम्मत का कार्य अधर में लटक चुका है। रविवार को बस डिपो जोगेंद्रनगर के क्षेत्रीय प्रबंधक कुलदीप सिंह ने बताया कि कार्यशाला में स्पेयर पार्टों की कमी का मामला परिवहन निगम के उच्चाधिकारियों के समक्ष रख दिया है लेकिन अभी भी सुविधाओं व संसाधनों का अभाव बना हुआ है। ऐसे में तय समय पर परिवहन निगम की बसों का मरम्मत कार्य निपटाना तकनीकी कर्मचारियों के लिए भी चुनौती बना हुआ है।

कार्यशाला में कीचड़ से लग्जरी बसों को नुकसान


बस डिपो जोगि‍ंद्रनगर की अस्थायी कार्यशाला में कीचड़ भर जाने से हर रोज लग्जरी बसों को भी नुकसान पहुंच रहा है। वाशिंग प्वाईंट की सुविधा बस डिपो में अभी भी उपलब्ध नहीं हो पाई है और दल दल बन चुकी कार्यशाला में परिवहन निगम के अधीन चलने वाली लग्जरी बसों को हर रोज नुकसान उठाना पड़ रहा है। हैरत की बात है कि कार्यशाला शुरू होेने के तीन साल के बाद भी डीजल पंप और टायरों की रिमॉल्डिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है।

 

बस डिपो जोगि‍ंद्रनगर की कार्यशाला में जिन सुविधाओं व संसाधनों का अभाव बना हुआ है उसकी आपूर्ति के लिए परिवहन निगम के माध्यम से बजट का प्रावधान किया जा रहा है। बहरहाल तनकीकी कर्मचारियों की नियुक्ति और मरम्मत कार्य के लिए कलपुर्जों की व्यवस्था जल्द करवाने के प्रयास जारी है।

पंकज चड्ढा, मंडलीय प्रबंधक हिमाचल पथ परिवहन निगम डिविजन धर्मशाला

Akhilesh Mahajan

“Work your craft; until it becomes an art form.”

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