Himachal News: जिप कैडर कर्मचारियों का 30 से अनिश्चितकालीन ‘कलम छोड़ो’ हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम
हाइलाइट्स
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पंचायती राज विभाग में समायोजित किए जाने की मांग को लेकर लामबंद
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विकास खंड कार्यालयों में बीडीओ के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा
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पंचायतों में कामकाज प्रभावित होने पर प्रदेश सरकार पूरी तरह जिम्मेवार होगी
टीएनसी, संवाददाता
पधर(मंडी)। पंचायती राज विभाग में समायोजित किए जाने की मांग को लेकर लामबंद जिला परिषद कैडर कर्मचारियों ने तीस सितंबर से अनिश्चितकालीन कलम छोड़ो हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इस बावत मंडी जिला के सभी विकास खंड कार्यालयों में कर्मचारियों ने बीडीओ के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंप कर अल्टीमेटम दिया।
जिसमें जिला परिषद कैडर के कर्मचारियों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि प्रदेश सरकार ने उनकी मांग को शीघ्र पूरा नहीं किया तो 30 सितंबर से अनिश्चितकालीन कर्मचारी हड़ताल शुरू की जाएगी। जिला परिषद कैडर कर्मचारी महासंघ द्रंग ब्लाक अध्यक्ष रमेश चंद और महासचिव किशोरी लाल ने कहा कि पंचायती राज विभाग में समायोजित करने की उनकी मांग पूर्व सरकारों के समय से चलती आ रही है। पूर्व की जयराम सरकार ने इस मामले को लेकर जरा भी गंभीरता नहीं दिखाई। जबकि कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने पर कर्मचारियों को विभाग में समायोजित करने का आश्वासन दिया है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने हुए दस माह होने जा रहे हैं। लेकिन सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने इस बारे अभी कोई गंभीरता नही दिखाई है।
जिला परिषद काडर के कर्मचारी और अधिकारियों को ग्रामीण विकास अथवा पंचायती राज विभाग में विलय न होने से आर्थिक तौर पर भी खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है। अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों के समकक्ष छठा वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इससे प्रत्येक कर्मचारी को आर्थिक रूप से नुकसान प्रतिमाह उठाना पड़ रहा है। इन मांगों के मद्देनजर हिमाचल के जिला परिषद कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने विभाग को ज्ञापन दिया है। 29 सितंबर तक हमारी मांगों पर उचित कार्रवाई अमल में नही लाई गई तो सभी जिला परिषद कर्मचारी और अधिकारी कलम छोड़ो हड़ताल पर चले जाएंगे। ऐसे में पंचायतों में कामकाज प्रभावित होने पर प्रदेश सरकार पूरी तरह जिम्मेवार होगी।
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