IIT Mandi Research: स्‍मार्ट इनक्यूबेटर बचाएगा नवजात की जान, दुनिया में कहीं से भी मोबाइल से हो सकेगा संचालित, एंबुलेंस में भी मिलेगी सुविधा

 

हाइलाइट्स

  • एंड्रॉइड/आईओएस ऐप के माध्यम से बच्चे की  वीडियो निगरानी हो सकेगी

  • पीलिया से निपटने के लिए प्लग-एंड-प्ले फोटोथेरेपी किट भी शामिल 

  • आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ मैकेनिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग ने तैयार किया उपकरण

  • नवाचार सिंक्यूबेटर प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड बायोडिज़ाइन इनोवेटर्स गैराज प्रोग्राम के लिए चयनित

टीएनसी, संवाददाता


मंडी। आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ मैकेनिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग के शोधकर्ताओं ने अत्‍याधुनिक स्‍मार्ट सिंक्‍यूबेटर तैयार किया है। आपातकाल में नवजात शिशुओं की सांसे बचाने में यह उपकरण बेहतरीन कार्य करने में सक्षम होगा। खास बात यह है कि पारंपरिक इनक्यूबेटरों के विपरित सिंक्‍यूबेटर एक स्टैंडअलोन वार्मर और एक इनक्यूबेटर दोनों के रूप में काम करेगा। स्मार्ट कंट्रोल सुविधा भी रहेगी। इंटरनेट कनेक्शन के साथ दुनिया में कहीं से भी मोबाइल से इसे संचालित किया जा सकेगा। इसके लिए खास एंड्रॉइड एप्लिकेशन तैयार की गई है। आपातकाल में इसे एंबुलेंस में भी रखा जा सकेगा। तापमान, आर्द्रता और ऑक्सीजन को भी मोबाइल से ही आपरेट किया जा सकेगा। एंड्रॉइड/आईओएस ऐप के माध्यम से बच्चे की निरंतर वीडियो निगरानी भी संभव होगी।पीलिया से निपटने के लिए प्लग-एंड-प्ले फोटोथेरेपी किट शामिल है। इंक्‍यूबेटर के अंदर वजन मापने की सुविधा भी होगी।अद्भुत विशेषताओं के चलते आईआईटी मंडी के इस नवाचार सिंक्यूबेटर को प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड बायोडिज़ाइन इनोवेटर्स गैराज प्रोग्राम के लिए चुना गया। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. गजेंद्र सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सत्वशील रमेश पोवार और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बीटेक तृतीय वर्ष के केशव वर्मा ने विकसित किया है।

 

क्लिक करके सुनें क्‍या कह रहे शोधकर्ता

 

अन्‍य विशेषताएं


  • मजबूत एल्यूमीनियम फ्रेम उच्च पोर्टेबिलिटी सुनिश्चित करता है।

  • तापमान को 35°C से 38°C के बीच बनाए रखता है

  • सापेक्षिक आर्द्रता 50% से 70% के बीच बनाए रखता है

  • तापमान, आर्द्रता और ऑक्सीजन को भी मोबाइल से ही आपरेट किया जा सकेगा


  • हिमाचल के लिए लाभादायक शोध


आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ मैकेनिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर डॉ. गजेंद्र सिंह ने कहा कि हमारा नवाचार सुविधा से परे तक फैला हुआ है। यह हिमाचल के दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पूरा करते है। जहां खराब मौसम, खराब रास्‍तों और अन्‍य पहाड़ों की चुनौतियां रहती हैं।

  • दो साल में उत्‍पाद होगा लांच


स्टैनफोर्ड बायोडिजाइन गैराज फैलोशिप प्रोग्राम है। जिसके माध्यम से आवश्यक प्रमाणपत्र प्राप्त किया जा सकेगा। नतीजतन डेढ़ से से 2 साल के भीतर उत्पाद लॉन्च किया जा सकेगा।

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