राहत की आसः मंडी में बारिश, कई स्थानों पर मौसम खराब, 9 को सक्रिय हो रहा पश्चिमि विक्षोभ
- सक्रिय हो रहा पश्चिम विक्षोभ, इस बार कम बारिश
- अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी
- आने वाले दिनों में बरिश बर्फबारी की संभावना
शिमला। हिमाचल प्रदेश में छह फरवरी से मौसम खराब रहेगा। सोमवार को मंडी, कुल्लू समेत कई जिलों में बारिश हुई है। ऊंची चोटियों सहित लाहौल-स्पीति, कुल्लू, चंबा, किन्नौर, शिमला जिले के ऊपरी भागों में हिमपात हुआ है। इससे प्रदेश में शीतलहर फिर बढ़ गई है। वहीं, पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में प्रदेश के अधिक और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। किसानों बागवानों के लिए बारिश बर्फबारी संजीवनी से कम नहीं होगी। हालांकि इस बार मौसम विभाग के पूर्वानुमान सटीक नहीं बैठे हैं। सर्दियों में इस बार कम बारिश-बर्फबारी हुई है। नतीजतन न्यूनतम और अधिकतम तापमान बढ़ने लगा है। धर्मशाला में 2008 के बाद पहली बार अधिकतम तापमान 4 फरवरी को 23.2 डिग्री पहुंचा। अन्य प्रमुख शहरों में भी तापमान सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है। शिमला शहर व आसपास के इलाकों में इस बार पर्याप्त बर्फबारी नहीं हुई। कुफरी में भी एक-दो बार हल्का हिमपात हुआ है।
बर्फबारी से 148 सड़के बंद
राजधानी शिमला में बारिश हुई है। ताजा बर्फबारी से ऊंचाई वाले भागों में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बर्फबारी से 148 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। वहीं, राज्य में 200 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं। लाहौल-स्पीति जिले में सबसे अधिक 130 सड़कें बंद हैं। चंबा में नौ सड़कों पर आवाजाही ठप है। इसी तरह चंबा जिले में 137 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़ गए हैं। कुल्लू में 53 व शिमला में नौ ट्रांसफार्मर बाधित हैं।
फरवरी में 99 फीसदी कम बारिश
प्रदेश में नवंबर और दिसंबर महीना पूरी तरह सूखा गया है। जनवरी में भी कांगड़ा, ऊना, लाहौल स्पीति, चंबा और सिरमौर में ही सामान्य बारिश-बर्फबारी हुई है। अन्य जिलों में सामान्य से काफी कम मेघ बरसे हैं। वहीं फरवरी महीने के शुरू के 5 दिनों में 99 फीसदी कम बारिश-बर्फबारी हुई है। इससे किसान, बागवान, पर्यटन कारोबारी सहित हर व्यक्ति मायूस है।