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उपमंडल के 50 हजार से अधिक पेयजल उपभोक्ताओं को पानी की गुणवता से अवगत करवाने के लिए स्थापित होगें पेयजल सैंसर प्लेटफार्म
टीएनसी, संवाददाता
जोगिंद्रनगर(मंडी)। मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में अब पेयजल उपभोक्ताओं को पानी की गुणवता से अवगत करवाने के लिए जगह-जगह पर पेयजल सैंसर प्लेटफार्म स्थापित होगें। जिसमें दूषित पानी की आपूर्ति पर अलार्म बजेगा। वहीं प्लेटफार्म में स्थापित जलशक्ति विभाग की स्क्रीन में पानी की गुणवता भी प्रदर्शित होगी। एक करोड़ से अधिक की धनराशी जलशक्ति विभाग के द्वारा इन प्लेटफार्मों पर खर्च की जाएगी। वीरवार को विभाग के कनिष्ठ अभियंता अराध्य से मिली जानकारी के अनुसार शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की गुणवता पर उपभोक्ताओं के संशय को मिटाने के लिए जलशक्ति विभाग ने डिजिटल तकनीक का सहारा लेकर सार्वजनिक स्थानों में सैंसर युक्त पेयजल प्लेटफार्म लगाने का निर्णय लिया है। जिसमें पानी की गुणवता प्रदर्शित होगी। वहीं 24 घंटे पानी की आपूर्ति भी उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध रहेगी। बताया कि मिनी सचिवालय के समीप पहला सैंसर युक्त पेयजल प्लेटफार्म स्थापित किया जा रहा है। नगर परिषद जोगेंद्रनगर के रामलीला मैदान के अलावा चौंतड़ा व लडभड़ोल क्षेत्र में भी डिजिटल पेयजल प्लेटफार्म स्थापित करने की योजना है। इससे पहले जोगेंद्रनगर उपमंडल की चिन्हित 42 पंचायतों में हो रही पानी की आपूर्ति के लिए चिन्हित स्त्रोतों के हर रोज सैंपल एकत्रित कर पानी की गुणवता की जांच होती रही है। करीब 50 हजार से अधिक पेयजल उपभोक्ताओं के लिए उठाउ पेयजल योजनाएं भी जलशक्ति विभाग के द्वारा क्रियान्वित कर रखी है। जल भंडारण टैंकों में पानी की गुणवता की जांच के साथ फिल्टर बैड के माध्यम से भी पानी की शुद्धता की परख होती है और अब डिजिटल पेयजल सैंसर युक्त प्लेटफार्म से भी पानी की शुद्धता की जांच होगी।
पेयजल की गुणवता और शुद्धता की परख की जानकारी उपभोक्ताओं को सीधी मिल पाए इसलिए सार्वजनिक स्थानों में सैंसरयुक्त डिजिटल पेयजल प्लेटफार्म स्थापित होगें। जहां पर 24 घंटे स्वच्छ पेयजल का लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा। उपभोक्ताओं को पानी की गुणवता भी जलशक्ति विभाग की स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।
प्रदीप चड्ढा, अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग डिविजन ( चौंतड़ा ) जोगिंद्रनगर