Himachal: कॉरपोरेशन के कर्मचारियों को भी मिलेगा पुरानी पेंशन स्कीम का लाभः मुख्यमंत्री
हाइलाइट्स
- बाहरी राज्यों से बिजली खरीदने की प्रथ दो साल में होगी बंद
- पेंशन बहाली आभार समारोह में जनसभा को किया संबोधित
- केंद्र सरकार के पास एनपीएस का 9242.60 करोड़ है फंसा
टीएनसी संवाददाता
धर्मशाला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को जिला कांगड़ा के धर्मशाला में पुरानी पेंशन बहाली आभार समारोह में विशाल जनसभा को संबोधित किया। कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने लगभग डेढ़ लाख कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ प्रदान किया है। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन देने के साथ-साथ कॉरपोरेशन के कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन स्कीम के तहत लाया जाएगा।
सरकारी कर्मचारी का पुत्र हूं, कर्मचारियों का दर्द अच्छी तरह से जानता हूं
मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों से आगामी लड़ाई के लिए तैयार रहने की अपील करते हुए कहा कि केंद्र के पास फंसे पैसे वापस लाने के लिए कर्मचारियों को राज्य सरकार का सहयोग करना होगा। वह स्वयं सरकारी कर्मचारी के पुत्र हैं और कर्मचारियों की दर्द को अच्छी तरह से जानते हैं, इसलिए उनके आत्म-सम्मान को अधिमान देते हुए मंत्रिमंंंडलल की पहली बैठक में पुरानी पेंशन को बहाल किया गया। प्रदेश के कर्मचारियों ने विकास की गाथा लिखी है और राज्य सरकार उनके योगदान की भरपूर सराहना करती है।
कर्मचारियों के सहयोग से अपना हक वापस लेकर रहेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के पास एनपीएस का पैसा फंसा है, लेकिन तमाम चुनौतियों के बावजूद प्रदेश सरकार हर हाल में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ देगी। नीति आयोग की बैठक में उन्होंने एनपीएस का 9242.60 करोड़ रुपये वापिस करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से उठाया जाएगा और कर्मचारियों के सहयोग से अपना हक वापस लेकर रहेंगे।
हिमाचल के प्रत्येक निवासी पर 92 हजार से अधिक का कर्ज
मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 दिसम्बर, 2022 को कांग्रेस सरकार बनी, तब अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति विकट हैे, इसलिए राज्य सरकार वित्तीय अनुशासन के साथ आगे बढ़ रही है। प्रदेश कभी भी कर्ज के सहारे नहीं चल सकता है। इसलिए सरकार राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है। हिमाचल के प्रत्येक निवासी पर 92 हजार रुपये से अधिक का कर्ज है, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार आने वाले चार वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर ले आएगी
नेता प्रतिपक्ष पर अग्निहोत्री ने कसा तंज-आता नहीं, गुजरा हुआ जमाना
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों ने प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इसलिए सरकार ने पुरानी पेंशन बहाल की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही कर्मचारियों की सच्ची साथी है और कांग्रेस ने कभी कर्मचारियों से लड़ने का प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि 76 हजार करोड़ रुपये का कर्ज विरासत में मिलने के बावजूद वर्तमान प्रदेश सरकार ने ओपीएस बहाल की है। मुकेश अग्निहोत्री ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि ‘आता नहीं, गुजरा हुआ जमाना’। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता दिल्ली जाकर प्रदेश को मिलने वाली आर्थिक सहायता में कटौती करने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भाजपा चाहे हमारी गर्दन काट दे, इसके बावजूद सरकार का संकल्प है कि कर्मचारियों को ओपीएस हर हाल में दी जाएगी।
102 वर्षीय संसार चंद और उनकी धर्मपत्नी सम्मानित
मुख्यमंत्री ने 102 वर्षीय संसार चंद और उनकी धर्मपत्नी को सम्मानित भी किया। संतोष कटोच ने मुख्यमंत्री सुखाश्रय कोष में ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को 31 हजार रुपये का चैक भेंट किया।
यह रहे मौजूद
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली, मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल, आशीष बुटेल, चौधरी राम कुमार, मोहन लाल ब्राक्टा, विधायकगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट, विभिन्न बोर्डों एवं निगमों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, एनपीएसईए के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर, एनपीएसईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु, हरियाणा एनपीएसईए के अध्यक्ष विजेंद्र धालीवाल, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।