Himachal: बेटियों की शादी की न्यूनतम आयु 18 साल से बढ़ाकर 21 करने के लिए कमेटी गठित

 

हाइलाइट्स

  • कमेटी सभी तथ्यों की जांच-परख करेगी, जिसके बाद लिया जाएगा फैसला

  • बेटियों को इंसेंटिव (प्रोत्साहन) का भी प्रविधान रखने की तैयार हो रही योजना

 टीएनसी, संवाददाता


 शिमला।/सोलन/मंडी जिला सोलन के निजी विवि में दिक्षांत समारोह की अध्‍यक्षता करते हुए सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्‍खू ने कहा कि प्रदेश सरकार बेटियों की शादी की न्यूनतम आयु 18 साल से बढ़ाकर 21 वर्ष करने पर विचार कर रही है। सरकार ने इसके लिए कमेटी गठित कर दी है। कमेटी सभी तथ्यों की जांच-परख करेगी। उसके बाद इस निर्णय को लागू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही बेटियों को इंसेंटिव (प्रोत्साहन) का भी प्रविधान रखने की योजना बनाई जा रही है। बेटियों के हितों और सुरक्षा के प्रति प्रदेश सरकार संजीदा है और इसी दिशा में ये प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के 2,200 छात्रों को डिग्री प्रदान की, जिसमें 53 पीएचडी सहित और 60 स्वर्ण पदक विजेता शामिल थे। उन्होंने ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रेरित किया।

जिला परिषद कर्मियों को काम पर लौटना चाहिए


प्रदेश में हड़ताली जिला परिषद कर्मचारियों के मामले में प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश आपदा के दौर से गुजर रहा है। आपदा के समय कर्मचारियों को काम नहीं छोड़ना चाहिए था। उन्हें काम पर लौटना चाहिए। पंचायती राज मंत्री उनकी मांगों के संबंध में गंभीर हैं और जल्द ही अच्छा निर्णय लिया जाएगा। उनकी मांगों पर गौर करते हुए कुछ मामलों को मान लिया गया है और दूसरे चरण में अन्य मांगों पर भी गौर किया जाएगा।

आईआईटी मंडी में मनाया दीक्षांत समारोह


वहीं, आईआईटी मंडी के ग्यारहवें दीक्षांत समारोह में पीएचडी के 60 छात्रों सहित कुल 565 छात्र को डिग्री मिली। ग्यारहवें दीक्षांत समारोह में परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव और परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार मोहंती ने बतौर मुख्‍यअतिथि शिरकत की। इस अवसर पर आदित्य सरकार को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक और प्रीतीश चुघ को निदेशक स्वर्ण पदक मिला। इसके अलावा दीक्षांत समारोह में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला अहमदाबाद के प्रोफेसर आर.पी. सिंह, डॉ. बलविंदर सिंह, वरिष्ठ निदेशक, सैमसंग आर एंड डी इंस्टीट्यूट इंडिया, बैंगलोर, आनंद वोरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इंजीनियरिंग पर्सिस्टेंट सिस्ट स, पुणे और प्रोफेसर अनिर्बान बंद्योपाध्याय, प्रधान अनुसंधान वैज्ञानिक, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर मैटेरियल्स साइंस एनआईएमएस, त्सुकुबा, जापान आदि स मानित अतिथि के रूप में सम्‍मलित हुए। जबकि आईआईटी मंडी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष ले िटनेंट जनरल सेवानिवृत्त कंवलजीत सिंह ढिल्लों द्वारा दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की गई।

 

 

आईआईटी ने तय किया एक लंबा रास्ता


आईआईटी के प्रोफेसर लक्ष्‍मी बेहरा ने कहा कि आईआईटी मंडी ने अभी अपनी यात्रा शुरू की है। हमें एक लंबा रास्ता तय करना है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 में संस्थान ने 400 से अधिक जर्नल पेपर प्रकाशित किए हैं और कुल 21.28 करोड़. रु. के अनुदान के साथ 83 परियोजनाएं प्राप्त की हैं। इसके साथ ही आईआईटी मंडी वर्तमान में 87 करोड़ रुपये की 158 अनुसंधान परियोजनाएं चला रहा है।

navrattan

 

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