Himachal: ढाई माह के सूखे के बाद हिमाचल में बर्फ ही बर्फ, कुल्लू- मनाली में 2 फरवरी तक स्कूल- कालेज बंद
हाइलाइट्स
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राजधानी शिमला में इस सीजन व नए साल की पहली बर्फबारी
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मनाली में बर्फ में झूमे सैलानी, चंबा के खज्जियार में सीजन की पहली बर्फबारी
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241 सड़कें यातायात के लिए बंद, बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित
टीएनसी, संवाददाता
शिमला। हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच तीसरे दिन भी बारिश-बर्फबारी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। करीब ढाई माह के सूखे के बाद आसामन से राहत बरसी है। ऊंचाई वाले क्षेत्र बर्फ से लकदक हैं। लोअर हिमाचल में बारिश का दौर जारी है। उधर, मनाली और कुल्लू में सभी शैक्षणिक संस्थान (सरकारी एवं निजी, प्रशिक्षण केंद्र/आंगनवाड़ी केंद्रों में 1 फरवरी (दोपहर 12 बजे से) और 2 फरवरी को तत्काल प्रभाव से बंद करने के प्रशासन ने आदेश दे दिए हैं।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इस सीजन व नए साल की पहली बर्फबारी हुई है। रिज व मालरोड पर मौजूद सैलानी बर्फ के फाहे गिरते देख झूम उठे। चंबा के खज्जियार में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। जिले के चुराह, भरमौर, पांगी, डलहौजी में बर्फबारी लगातार जारी है।
241 सड़कें यातायात के लिए बंद
सुबह 10:00 बजे तक छह नेशनल हाईवे और 241 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं। प्रदेश में 677 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप हैं। सबसे ज्यादा 139 सड़कें लाहौल-स्पीति में बंद हैं। किन्नौर में 20, कुल्लू 11, मंडी 14 और शिमला में 13 सड़कें बंद हैं। लाहौल घाटी बर्फ से लकदक हो गई है। यहां लगातार तीसरे दिन बर्फबारी जारी है। अटल टनल के साउथ पोर्टल में दो फीट से अधिक बर्फबारी होने से लाहौल घाटी का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है।
बारिश-बर्फबारी से किसान-बागवानों चेहरे खिल गए हैं। सड़कों के साथ कई इलाकों में बिजली भी गुल है। चंबा-तीसा मुख्य सड़क खुली है। जबकि तीसा-बैरागढ़, देवीकोठी- टेपा, तरेला-गुईला , तरेला-जुनास, तरेला-बौदेडी-मंगली, नकरोड़-भराड़ा, नकरोड़-चांजू, तीसा-सनवास, भंजराडू-चनवास, नकरोड़-आयल, हिमगिरि-आयल- जसौरगढ़- दियोला मार्ग बंद है। चुराह उपमंडल ग्राम पंचायत खजुआ के गांव कैया में एक फीट ताजा हिमपात हुआ है। जबकि तीसा-बैरागढ़, देवीकोठी- टेपा, तरेला-गुईला, तरेला-जुनास, तरेला-बौदेडी-मंगली, नकरोड़-भराड़ा, नकरोड़-चांजू, तीसा-सनवास, भंजराडू-चनवास, नकरोड़-आयल, हिमगिरि-आयल-जसौरगढ़- दियोला मार्ग बंद है। चुराह उपमंडल ग्राम पंचायत खजुआ के गांव कैया में एक फीट ताजा हिमपात हुआ है।
किन्नौर जिले के ऊंचाई वाले इलाके बर्फ से लकदक हो गए हैं। किन्नौर जिले के रक्षम, भावावैली, छितकुल, कल्पा, कुन्नौचारंग, नेसंग, हांगो और चुलिंग में भारी बर्फबारी हुई है। कम ऊंचाई वाले भागों में बारिश दर्ज की गई है। ताजा हिमपात और बारिश से समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है। सोलन जिले के बद्दी, नालागढ़ क्षेत्र में भी सुबह से बारिश हो रही है। इससे जहां ठंड में इजाफा हुआ है, वहीं किसानों, बागवानों को भी राहत मिली है।
प्रदेश के बर्फीले इलाकों में एक दर्जन से ज्यादा सरकारी और निजी बसें फंसीं हुई हैं। कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले में बर्फबारी-बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। ऊपरी क्षेत्रों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। भारी बर्फबारी के चलते कुल्लू से मनाली की तरफ जाने वाली बस सेवाएं भी प्रभावित हैं। बर्फबारी और बारिश से सड़कें व रास्ते बंद होने से कुल्लू के स्कूलों में 2 फरवरी तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। बर्फबारी से अटल टनल रोहतांग होकर मनाली-केलांग नेशनल हाईवे सहित कई सड़कें बाधित हो गई हैं।
पांच फरवरी तक जारी रहेगा दौर
5 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी हो रही है। यह दौर 4 फरवरी तक जारी रहेगा। राज्य में 3 फरवरी से ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। ताजा बारिश-बर्फबारी के चलते पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है। औसत अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहा है।