भाजपा का महाजन पर दाव: राज्यसभा में जाने के लिए चाहिए दस विधायक
हाइलाइट्स
-
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए नेता हर्ष महाजन को भाजपा ने राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाया
-
बिना बहुमत के राज्यसभा में भाजपा के प्रत्याशी उतारने पर सियासी गलियारों में मची खलबली
-
कांग्रेस के गैर हिमाचली मनु सिंघवी को प्रत्याशी उतारने पर चल पार्टी में चल रही तनातनी
टीएनसी, संवाददाता
शिमला। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए नेता हर्ष महाजन को भाजपा ने राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाया है। बिना बहुमत के राज्यसभा के लिए छह बार पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के रणनीतिकार हर्ष महाजन को उतारने से भाजपा ने सियासत गलियारों में खलबली मचा दी है। वीरवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल की मौजूदगी में हर्ष महाजन ने नामांकन भरा। बता दें कि 68 सीटों वाली हिमाचल विधानसभा में बीजेपी के पास 25 विधायक हैं। जबकि, 40 एमएलए कांग्रेस और 3 आजाद हैं। हर्ष महाजन चंबा की सदर सीट से जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। वह 1993, 1998 और 2003 के चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। इसके बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। कांग्रेस विधायकों के साथ उनके अच्छे संबंध रहे हैं। इसलिए, बीजेपी महाजन पर दांव खेल रही है। जीत के लिए 10 और विधायकों की जरूरत है।
भाजपा को क्रास वोटिंग की उम्मीद
कांग्रेस ने गैर हिमाचली मनु सिंघवी को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है। इसे लेकर कांग्रेस में अंदरखाते विरोध की ज्वाला धधक रही है। ऐसे में बीजेपी को क्रॉस वोटिंग की भी उम्मीद है। सियासी जानकारों की मानें तो इसी उम्मीद से भाजपा ने हर्ष महाजन का नामांकन भरा है। जिन्होंने सितंबर 2022 में ही भाजपा का दामन थामा है। जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ी तो वह प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष थे। उन्होंने आज तक कभी कोई चुनाव नहीं हारा।राज्यसभा सीट जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल पूरा होने से खाली हो रही है।
भाजपा की उम्मीद
कांग्रेस के सुधीर शर्मा और राजेंद्र राणा की कांग्रेस सरकार से नाराजगी किसी से नहीं छिपी है। वहीं, नालागढ़ से निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष पर की भी सबपर नजर है। इसी उम्मीद से बीजेपी दाव खेल रही है।