बद्दी अग्निकांड: तबाही के पीछे लापरवाही, मैनेजर गिरफ्तार और मालिक फरार, एसआईटी गठित

हाइलाइट्स

 

  • पांच की मौत, 31 घायल और पांच पीजीआई में उपचाराधीन

  • 13 से अधिक लोग लापता, अंदर जलकर सब राख

  • फैक्‍ट्री के बाहर अपनों को तलाश रहे परिजन

  • बिल्डिंग के गिरने का खतरा, डीजीपी मौके पर

टीएनसी, संवाददाता


सोलन। हिमाचल प्रदेश के बद्दी में कॉस्मेटिक-परफ्यूम बनाने वाली एनआर अरोमा फैक्ट्री में आग से हुई भयंकर तबाही का सबसे बड़ा कारण संचालकों की लापरवाही रही है। ज्‍वलनशील पदार्थों के भरा उद्योग बारूद के ढे़र पर खड़ा था, लेकिन आग जैसी आपदा से बचने के लिए इंतजाम नाकाफी थे।न तो इमरजेंसी द्वार पर्याप्‍त थे, न ही आग से बचाने के लिए अग्निशमन यंत्र। यही कारण है कि तीन मंजिला इमारत में नीचे की मंजिल से लोग निकलने में अधिकांश कामयाब रहे, लेकिन दूसरी मंजिल में काम करने वालों में कुछ ने कूदकर जान बचाई। जबकि तीसरी मंजिल वाले अधिकांश कामगार जलकर राख बन चुके हैं। तेरह लोग प्रशासन मिसिंग भी बता रहा है।एनडीआरएफ ने साइट की संरचनात्मक सुरक्षा का आकलन करने के बाद बचाव व सर्च अभियान जारी है। अब तक  लापता कामगारों में से चार के शव फैक्टरी से बरामद हुए हैं। हादसे में अब तक पांच की मौत हो चुकी है। 31 कर्मचारी झुलसे हैं, जिसमें पांच गंभीर कर्मचारियों का पीजीआई इलाज चल रहा है। वहीं, अरोमा फैक्टरी में आखिरकार आग बुझा ली गई है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि आग अब काबू में लग रही है। फॉरेंसिक टीम अंदर जाएगी और सबूत इकट्ठा करेगी।  कहा कि मामले की विस्त़ृत जांच के लिए एसटीआई का गठन किया है। दूसरी ओर  जानलेवा हादसे में बचे कामगारों की आपबीती भी  रौंगटे खड़े करने वाली है। कुछ मीडिया रिपोर्टस में घायल बता रहे हैं कि आग ने संभलने का मौका ही नहीं दिया। फैक्‍ट्री में इमरजेंसी द्वार पर्याप्‍त नहीं थे, आग बुझाने का सिस्‍टम भी नाकाफी था……

क्लिक करें और सुनेंं अपनी जान बचाने में भाग्‍यशाली रहे कामगारों की आपबीती  Source : STARTODAY  


उधर, शनिवार सुबह डीजीपी संजय कुंडू मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि 13 लोग लापता हैं। मामले में एसआईटी का गठन कर दिया है। फैक्ट्री के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि घटना के वक्त फैक्ट्री में 85 कर्मचारी मौजूद थे। वहीं फैक्ट्री मालिक की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई हैं। मालिक गुजरात का रहने वाला बताया जा रहा। एनआर अरोमा कंपनी प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने बरोटीवाला थाना में लापरवाही का मामला दर्ज किया है। उधर, लापता लोगों के परिजन भी फैक्ट्री के बाहर पहुंचे हैं। अपनों की तलाश में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।


 

-बद्दी अग्निकांड अब तक-


 

  • बिल्डिंग से अभी भी धुआं निकल रहा है। एनडीआरएफ की टीम अंदर नहीं जा पा रही है। जहरीला धुआं फैला हुआ है। बिल्डिंग के भी गिरने का खतरा बना हुआ है।

  • इस अग्निकांड में 31 कर्मचारी झुलसे हैं। इनमें से गंभीर रूप से घायल 5 कामगार पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किए गए। इनमें से पिंकी नाम की एक महिला की मौत हो गई है।

  • रात को प्रेम सिंह नाम का व्यक्ति अपनी बेटी राखी को खोजता हुआ फैक्ट्री के बाहर पहुंचा। जिसने बताया कि बेटी अभी तक घर नहीं लौटी है। प्रेम सिंह नम आंखों से जलकर राख हुई फैक्ट्री की तरफ देखता रहा और दमकल विभाग के कर्मचारियों से पूछता रहा कि कोई लड़की मिली या नहीं।

  • बद्दी के झाड़माजरी स्थित कॉस्मेटिक प्रोडक्ट और परफ्यूम बनाने वाली फैक्ट्री में बीते दोपहर 2 फरवरी करीब डेढ़ बजे लंच के टाइम में आग लग गई। काम कर रहे मजदूर धुआं देखते ही बाहर की तरफ भागने लगे। ऊपर की मंजिल पर मौजूद मजदूर फंस गए।

  • परफ्यूम बनाने में अल्कोहल समेत कई ज्वलनशील केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए आग तेजी से भड़कने लगी। देखते ही देखते आग पूरी फैक्ट्री में फैल गई।

  • आसपास के लोगों ने ही फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंची। हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ के बाद आर्मी बुलाई।

डीसी ने बिठाई मजिस्ट्रेट जांच
उधर,डीसी ने हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं। सोलन के एडीसी अजय यादव इसकी जांच करेंगे। उन्हें एक महीने के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट देनी होगी। इसके आधार पर सरकार दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करेगी।

 

  • फैक्ट्री में झुलसे लोगों की लिस्ट


प्रशासन के मुताबिक आग लगने की घटना में झुलसी अनिता, आशा, दीपशिखा, ममता, अनिल, राजकुमार, सलीसटीना, पुष्पा, कश्मीरी, पूजा, अंशू, सावित्री, सतेंद्र, खुशबू, कचन, तारावती, सावित्री, राममूर्ति और क्रांति बद्दी के ब्रोकलीन हिमालया अस्पताल में भर्ती है। मीरा, शिव कुमार, प्रेम लत्ता, अर्चना, ममता और हरीश चंद्र को लोकल ईएसआई अस्पताल में भर्ती किया गया है। चंडीगढ़ पीजीआई के अनुसार चरण सिंह (22 वर्ष), प्रेम कुमारी (27 वर्ष), आरती (25 वर्ष) और गीता (25 वर्ष) का इलाज चल रहा है। सभी को जलने के साथ-साथ रीड की हड्डी और सिर में चोटें आई हैं। उनकी हालत अभी स्थिर है, जबकि पिंकी नाम की महिला की मौत चुकी है।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने दिए जांच के आदेश


मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और बद्दी की मृतक महिला के प्रति शोक व्यक्त किया।

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