इसरो को एक और कामयाबी: नौवहन उपग्रह लांच, किसी भी स्थान की सबसे सटीक रियल टाइम पोजिशनिंग मिलेगी
हाइलाइट्स
- जीएसएलवी के जरिए एक नौवहन उपग्रह लांच
- NVS-01सफलतापूर्वक इच्छित कक्षा में स्थापित
- फरवरी और मार्च में भी सफल रहे दो मिशन
टीएनसी, नेटवर्क
नई दिल्ली। इसरो यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने सोमवार को भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) के जरिए एक नौवहन उपग्रह को लांच किया है। यह सैटेलाइट किसी भी स्थान की सबसे सटीक रियल टाइम पोजिशनिंग बताएगा। इसके पहले फरवरी और मार्च में भी इसरो ने दो सफल मिशन को अंजाम दिया है।
GSLV-F12 ने नेविगेशन उपग्रह NVS-01 को सफलतापूर्वक इच्छित कक्षा में स्थापित कर दिया है। इसरो ने श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 10 बजकर 42 मिनट पर 51.7 मीटर ऊंचे रॉकेट से NVS-01 लॉन्च किया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
GSLV-F12/NVS-01 Mission:
GSLV F12's 🚀
thunderous roar into the skies…..Turn up the volume 🔊🔊
to enjoy this tracking 📽️ by our colleagues
at SDSC-SHAR, Sriharikota! pic.twitter.com/XZeE5LWgKW— ISRO (@isro) May 29, 2023
अब चंद्रयान मिशन-3 की तैयारी
29 मई को GSLV-F12 ने नेविगेशन उपग्रह NVS-01 के सफल लॉन्च के बाद इसरो की ओर से इस बात की पुष्टि कर दी गई है कि जुलाई में चंद्रयान-3 को लॉन्च कर दिया जाएगा। हालांकि, अभी इसके लिए एक विशेष तारीख की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन संगठन ने साफ कर दिया है कि यह लॉन्च जुलाई महीने में किया जाएगा।अगर सब कुछ सही रहता है, तो जुलाई के दूसरे हफ्ते में चंद्रयान-3 को लॉन्च कर दिया जाएगा। चंद्रयान-3 को श्रीहरिकोटा से LVM-3 द्वारा लॉन्च किया जाएगा। यह चांद के सतह पर उतरेगा और वहां पर परीक्षण करेगा। यह मिशन भारत के लिए काफी महत्व रखता है।