जोगेंद्रनगर में उद्यान विकास विभाग के कलस्टर पर रोपे गए 12 हजार पौधों में इस साल आएगें फल
हाइलाइट्स
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हिमाचल प्रदेश शिवा प्रोजेक्ट के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के दो सौ किसानों को मिलेगा आर्थिक लाभ
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अमरूद व संतरे के प्रत्येक पौधे में 20 से 25 किलो फलों की पैदावार से बागवान होगें मालामाल
टीएनसी, संवाददाता
जोगेंद्रनगर(मंडी)। उपमंडल में बागवानी के क्षेत्र में फल उत्पादकों को इस साल आर्थिक लाभ मिलने का रास्ता साफ हो गया है। हिमाचल प्रदेश शिवा प्रोजेक्ट के तहत दो साल पहले कलस्टर स्तर पर रोपे गए करीब 12 हजार पौधों में इस साल फल आना शुरू हो जाएगें। इससे लडभड़ोल क्षेत्र के कोठी, डोल, गोलवां, जलाड और शहर के साथ लगते ढेलू हार के करीब दो सौ किसान मालामाल होगें। मंगलवार को सहायक उद्यान विकास विभाग के अधिकारी शिव राम ने बताया कि 2021-22 में 5200 अमरूद के पौधों को लगाया गया था। जिनमें दो साल बाद फल भी लगना शुरू हो जाएगें 2310 स्वीट ओरैंज के पौधे भी बागवानों को उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। वहीं साल 2022-23 में कलस्टर स्तर रपर लडभड़ोल क्षेत्र के कोठी, डोल गांव में 6 हजाार से अधिक फलदार पौधे किसानों को वितरित किए गए थे जिनमें अब फल लगना भी शुरू होगें। बताया कि नवंबर माह में करीब 12 हजार पौधों में फलों की पैदावार होते ही बागवान आर्थिक तौर पर मजबूत होगें। प्रत्येक पौधे में 20 से 25 किलो फल लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। ढेलू, गोलवां, कोठी एक, कोठी दो और जलाड़ में करीब दो सौ किसानों को शिवा प्रोजेक्ट के तहत लाभान्वित करने का प्रयास जारी है। वहीं सात हजार पौधे संतरे और अमरूद के भी गत साल बागवानों को उद्यान विकास विभाग की और से उपलब्ध करवाए जा चुके हैं।
इस साल 25 हैक्टेयर भूमि पर 28 हजार फलदार पौधे रोपने का लक्ष्य
मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में फल उत्पादकों को लाभान्वित करने के लिए उद्यान विभाग इस साल 25 हैक्टेयर भूमि पर 28 हजार फलदार पौधों को लगाएगा। हिमाचल प्रदेश शिवा प्रोजेक्ट के तहत उपमंडल जोगेंद्रनगर के ग्रामीण क्षेत्र ढेलू हार में दस हैक्टेयर भूमि जबकि खड़ी हार पंचायत के डोल गांव में 15 हैक्टेयर भूमि को चिन्हित कर इसकी कवयाद शुरू कर दी है। मंगलवार को उद्यान विकास विभाग के उच्चाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों ही स्थानों के लिए चिन्हित भूमि पर फलदार पौधों के लिए सिंचाई की सुविधा और बाडबंदी पर भी कलस्टर स्तर पर होगी। बागवानी के क्षेत्र में फल उत्पादकों को लाभान्वित करने के तैयार किए गए योजना के प्रारूप में किसानों को कृषि उपकरण, कीटनाशक दवा और खाद भी उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि बागवानों को बंपर फसल का लाभ मिल सके।